सुप्रीम कोर्ट लॉयर एडवोकेट चेतन बैरवा ने कहा कि 5 जनवरी 2024 को उसने राष्ट्रपति मुर्मू को अयोध्या के राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा प्रोग्राम में नही बुलाए जाने के विरोध में हिंदू धर्म त्यागने की धमकी दी फेस बुक पर । इस धमकी को सूरतगढ़ , गंगानगर , राजस्थान से प्रकाशित होने वाले हिंदी दैनिक ( अखबार ) ने अपने 6 जनवरी 2024 के अंक में प्रकाशित कर दिया । यह खबर पूरे देश में मेरे नाम और मोबाइल नंबर के साथ बुरी तरह वायरल हो गई । बहुत से लोगो ने मेरे इस कदम की प्रशंसा की और मुझे मेरे मोबाइल नंबर पर बधाई दी । कल 12 जनवरी 2024 को मोदी सरकार ने मुद्दे की गंभीरता को भांपते हुए राष्ट्रपति मुर्मू को अयोध्या के नवनिर्मित राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा प्रोग्राम में आने का निमंत्रण भिजवा दिया । असल में मेरा ना राम में कोई विश्वास है क्योंकि सुप्रीम कोर्ट एक फैसले में राम के अस्तित्व में होने की बात को पहले ही नकार चुका है । और दूसरी बात कि मेरा मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा वाली बातो में कोई विश्वास नहीं है । मैने तो यह धमकी इसलिए दी थी कि मोदी की हिम्मत कैसे हुई हमारी आदिवासी महिला राष्ट्रपति मुर्मू की उपेक्षा करने की । मोदी होता कोन है भारत के प्रथम नागरिक की उपेक्षा करने वाला । मोदी में एससी , एसटी , ओबीसी के लोगो की उपेक्षा करने का पागलपन कहां से आ गया । और अगर मोदी में एससी , एसटी , ओबीसी के लोगो की उपेक्षा का , साथ ही अल्प संख्यकों की उपेक्षा करने का पागलपन कही से आ भी गया है तो हम एससी , एसटी , ओबीसी के लोग साथ ही माइनोरिटी के लोग , उसकी इस बीमारी का इलाज करना भी जानते हैं । एक तरफ तो आर एस एस , मोदी और बीजेपी , एससी , एसटी , ओबीसी के वोट लेना भी चाहते है । तथा दूसरी तरफ ये लोग हम एससी एसटी ओबीसी के लोगो की साथ ही मुस्लिम , सिख , ईसाई , बोध , जैनियों की उपेक्षा करना भी चाहते है , तो यह बात कभी नही चलेगी , यह हमारी बर्दास्त से बाहर है ।
चेतन बैरवा , एडवोकेट सुप्रीम कोर्ट , मो 85 11 31 63 41 ,,,, 13 जनवरी 2024 , फेसबुक ,,,,
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