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ओबीसी अपने अधिकारों के प्रति ना सचेत है और ना दृढ़ निश्चय ,,,, चेतन बैरवा , एडवोकेट सुप्रीम कोर्ट

सुप्रीम कोर्ट लॉयर एडवोकेट चेतन बैरवा का कहना है कि ओबीसी के लोग अपने अधिकारों के प्रति उदासीन हैं । असल बात यह है कि 100 में 90 शोषित हैं और शोषितों ने ललकारा है , धन धरती और राजपाट में 90 भाग हमारा है । बात सही भी है । इसी बात को कांशी राम जी यूं कहते थे कि जिसकी जितनी संख्या भारी , उसकी उतनी हिस्सेदारी । बिहार सरकार द्वारा हाल ही में उजागर जन संख्या आंकड़े बताते हैं कि ओबीसी की जन संख्या 60 % है लेकिन हिस्सेदारी उनको दी जा रही है केवल 27 % की ही । और वो भी ईमानदारी से नही दी जा रही । ओबीसी के लोगो का दिमाग तो केवल यहीं तक चलता है कि ब्राह्मण , बनिया , क्षत्रिय तो वे बन नही सकते और एससी एसटी के लोगो से वे ऊंचे हैं । इससे ज्यादा उनका दिमाग ही काम नही करता । भोंटी बुद्धि के लोग हैं ओबीसी के आदमी जो इससे आगे नही सोचते । इनसे बढ़िया तो एससी एसटी के लोग ही हैं जो अपने अधिकारों के लिए लड़ते है।  ओबीसी के लोग वर्ण व्यवस्था में कमियां ही नही निकालते , वो तो बस यह मानकर चलते हैं कि वर्ण व्यवस्था ही ठीक है । वर्ण व्यवस्था ने उनको जो शुद्र बना कर रखा है वो भी सही है। ओबीसी के लोग पहले तीन वर्ण के लोगो के पिछलग्गू हैं । वो पहले तीन वर्ण ( ब्राह्मण , बनिया , क्षत्रिय ) के लोगो को ही अपने से श्रेष्ठ समझते हैं । ओबीसी के लोग अपने महापुरुषों की जीवनियां भी  नही पढ़ते । न ये ज्योतिबा फूले को पढ़ते ना शाहू जी महाराज को ना शिवाजी को और ना ही पेरियार को । बाबा साहब अम्बेडकर ने पूरे देश के लिए बहुत कुछ किया । उन्होंने ओबीसी लिए भी किया । उन्होंने संविधान में आर्टिकल 340  लिखा जो कहता है कि सरकार बाकी बचे पिछड़ों की स्तिथि का अध्ययन करने के लिये एक कमिशन बनाएगी और उसी के तहत काका कालेकर और मंडल कमीशन बने हैं । मंडल कमीशन के जरिए ही ओबीसी के लोगो को 27 % आरक्षण मिल रहा है । वरना ये भी नही मिलता । नरेंद्र मोदी अपने आपको घांची तेली जाति का होने के कारण ओबीसी का बताता है लेकिन काम ओबीसी के खिलाफ करता है । मनुवादी लोग तेली जाति के आदमी का सुबह सुबह मुंह तक देखना पसंद नही करते लेकिन चूंकि नरेंद्र मोदी घांची तेली मनुवाद और वर्ण व्यवस्था को आगे बढ़ाने का काम कर रहा है इसलिए मजबूरी में मनुवादी लोग रोज सुबह उठकर उसका मुंह देख लेते हैं और एतराज नहीं करते । 

चेतन बैरवा  ,,,,  एडवोकेट सुप्रीम कोर्ट ,,,, मो  85 11 31 63 41 ,,,,  26 अक्टूबर 2023  ,,,, फेस बुक

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