भीम प्रकाश बौद्ध दबोह भिंड
आज हमारे देश की व्यवस्था चौपट हो गई है। यह दो लाइन प्रधानमंत्री मोदी पर सटीक बैठ रही है। जब हमारे देश का राजा ही अंधा हो तो इस देश की व्यवस्था बेकार हो जाती है। इसी तरीके से जैसे बेरोजगारी महंगाई जैसे मुद्दे आज देश के हालात को व्यवस्था खराब कर रहे हैं। चारों तरफ अव्यवस्था फैली हुई है। भ्रष्टाचार का बोलबाला है। गरीबों के कार्य नहीं हो पा रहे हैं । आवास योजना आयुष्मान योजना प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना जैसी अनेक योजना है। की दम तोड़ रही है। क्योंकि यह योजना है। यह दिखावा बनकर रह गई है । आम आदमी को कोई भी लाभ नहीं मिलता है। बिचौलिए बीच में डकार जाते हैं। और सरकार समझती है । कि मैं पूरा पैसा भेज रहा हूं। जबकि यह पूरा पैसा कहां गायब हो जाता है। भिंड जिले के दबोह नगर में अनेक समस्या व्याप्त लेकिन कोई भी जनप्रतिनिधि आता भी है। तो सिर्फ आश्वासन देकर चला जाता है । जाता है और कई वर्ष बीत जाते हैं तब तक हालात बहुत ही दुर्गम हो जाते हैं। मोदी सरकार कहती है । कि हम गरीबों को अनाज बांट रहे हैं । जबकि गरीबों को अनाज नहीं मिल पा रहा है । क्योंकि अमीर लोग बीच में ही गरीबों का भोजन डकार जाते उनका अनाज खा जाते हैं। देश के हालात बहुत बेकार हो चुके हैं। देश के अंदर गुंडागर्दी दिनों दिन बढ़ती जा रही है। पुलिस का दमन चक्र जारी है। वह गरीबों पर अत्याचार अनवरत जारी है । कई ऐसी पुलिस थाने हैं जहां पर गरीबों की रिपोर्ट क्यों नहीं लिखी जाती है। जिस वजह से गरीबों को न्याय नहीं मिल पा रहा है। और गुंडे और मजे कर रहे हैं । जब तक हमारे इस देश की व्यवस्था को ठीक तरह से संभाला नहीं जाएगा तब तक इसी प्रकार से गुंडागर्दी का बोलबाला हमारे देश को खोखला कर देगा गांव का सरपंच होता है। वह गरीबों को आवास नहीं देता है। वह कई महीनो तक चक्कर लगवाता है। और फिर कहता है। रिश्वत दो इस प्रकार के हालात हमारे देश के अंदर है। प्रधानमंत्री मोदी के नारे धूमल नजर आ रहे हैं। महिला को आत्मनिर्भर बनाने के लिए हर महीने जो राशि दी जा रही है। क्या वह उचित है । वादा तो यह किया गया था की हर महीने ₹3 हजार रुपए दिए जाएंगे लेकिन महिलाओं को नहीं मिल रहे है। इस प्रकार से योजनाओं को निकाल तो दिया जाता है। लेकिन असली जमा नहीं पहनाया जाता है । जिस कारण से कुछ समय बाद यह योजना दम तोड़ देती हैं। ऐसे बहुत योजना है। जो सही साबित नहीं हो पाती हैं। और समय से पहले ही बंद होने की कगार पर आ जाती हैं। जिस वजह से गरीबों की फजियत होना पक्का है । आज हमारे देश के हालात बहुत खराब है। गरीब और बेरोजगारी देश के। हालात को कमजोर कर रही है। वहीं दूसरी ओर हमारे देश के प्रधानमंत्री जी विदेश में करोड़ों रुपया बर्बाद कर रहे हैं। क्या यह उचित है। क्या यह पैसा गरीबों में खर्च नहीं किया जा सकता था, बेरोजगारी खत्म नहीं की जा सकती है। एक तरफ मोदी सरकार कहती है। कि देश के अंदर आदि गरीबी खत्म हो चुकी है । यह मोदी झूठी बोलते हैं। आज हमारे देश के अंदर गरीबी सबसे ज्यादा है। दिन रात खेतों में डाला हुआ है । तब वह दो वक्त की रोटी भी बड़ी नसीब से प्राप्त कर पता है। और मोदी कहते हैं। की गरीबी खत्म हो चुकी है। गरीबी तो जब खत्म होगी जब तुम्हारे खर्च करोड़ों में है । तो गरीब की कैसे गरीबी दूर होगी इसलिए मोदी सरकार को गंभीरता पूर्वक विचार करना होगा कि हमारे देश के हालात कैसे सुधारे इसी में भलाई होगी अन्यथा या जनता जवाब देगी।
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