भीम प्रकाश बौद्ध उप संपादक मध्य प्रदेश मो 9754 84 3705
मध्य प्रदेश के भिंड जिले के 80 किलोमीटर दूर ग्राम रायपुरा नंबर दो गांव स्थित है। जहां पर एक प्राचीन तालाब है। जो कभी पानी पीने के काम आता था, आज उसका अस्तित्व मिटाने की कगार पर आ गया है। दबंग लोगों ने चारों तरफ से अपने-अपने तालाब में घर बना लिए हैं । जिससे वह छोटा होकर उसका गंदा पानी लोगों की बस्तियों में भर गया है। जिससे रहवासी बेहद परेशान है। सचिव एवं सरपंच देख भी गए हैं। लेकिन हालात बहुत ही खराब है । कोई सुधार नहीं आया, तालाब का गंदा पानी बस्ती में भर जाने से मच्छर जैसी समस्या पैदा हो गई है। मच्छरों के मारे बुरा हाल है। चारों तरफ गंदगी के मारे बुरा हाल है। कई पंचवर्षीय योजनाएं निकल गई है। जब कोई सरपंच सचिव बनता है। तो सबसे पहले वह कहता है। कि मैं तालाब की शक्ल बदल दूंगा लेकिन आज तक भी उसके हालात नहीं बदले हैं । वह अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है। जबकि ग्रामीणों ने बताया है। 181 सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज कर चुके हैं। लेकिन उससे भी कोई समाधान नहीं हुआ है । चारों तरफ भ्रष्टाचार फैला हुआ है। एक दूसरे की सहमति से पैसा खा लिया जाता है । और कागजों में दर्शा दिया जाता है। की विकास हो गया जबकि धरातल पर देखा जाए तो ऐसा कुछ भी नहीं होता है। विकास के नाम पर पैसा खाया जाता है। कभी फारसी कारण के नाम पर कभी स्कूल के नाम पर इस प्रकार के गुमराह करके सरकार को चूना लगाया जाता है। और पैसा मंजूर होते ही पता ही नहीं चलता है। की विकास करने वाले कहां पहुंच गए गांव के बृजराज जाटव ने बताया अशोक पाराशर सेक्रेटरी है।
लेकिन वह कभी भी नहीं आता है । झूठ बोलता है। जिससे ग्रामीण वासी बेहद परेशान है। सरकारी जो योजना है। वह दिखावा बनकर रह गई है। सरकारी अनाज गरीब ना लेकर अमीर व्यक्ति ले रहा है।
यह हालत है। सारी व्यवस्था भगवान के भरोसे छोड़ दी गई है। यह समस्या अकेले जखोली पंचायत की नहीं है । ऐसी और भी भिंड जिले में कई पंचायत हैं। जो दुर्दशा पर आंसू बह रही है। जिम्मेदार अधिकारी पैसे में बिक जाते हैं। और दोषियों पर कार्रवाई न होने कोई भी कार्य नहीं होता है
इस प्रकार सिस्टम उल्टा सीधा चलता रहता है। विकास के नाम पर सिर्फ पैसा खाया जाता है।
कार्रवाई के नाम पर झूठ मत कार्रवाई होती है। रिश्वत के बल पर अवैध कार्य ठीक हो जाते हैं। इस प्रकार की व्यवस्था से गरीब व्यक्ति परेशान है । क्योंकि सरकारी योजना जो होती है। उसको लाभ मिलना चाहिए था वह बहुत दूर हो जाता है। जबकि यह तालाब सरकारी जमीन पर बना हुआ है । अभी वर्तमान में मुख्यमंत्री महोदय जी ने जल संवर्धन योजना चलाकर बहुत ही अच्छा कार्य कर रहे हैं। लेकिन वह है। क्या सफल हो पाएगा वह काम सिर्फ कागजों में हो जाता है। अधिकारी वर्ग फोटो खिंचवाता है। कि यह हम यह कार्य कर रहे थे। लेकिन हकीकत में देखा जाए तो वह सब झूठ है। वह सिर्फ दिखावे के लिए किया जाता है । अब देखते हैं यह। योजना कहां तक साकार रूप इसका सफल हो पता है। मुख्यमंत्री महोदय जीने आदेश दिया है ।की तालाब की स्थिति सुधारी जाए क्या स्थिति सुधर जाएगी मुख्यमंत्री के आदेश का पालन ठीक तरह से हो पाएगा मध्य प्रदेश में कई ऐसे तालाब है। जो बुरी स्थिति में है। अब हम बात भिंड जिले के रायपुरा नंबर दो गांव की बात कर रहे हैं । इस गांव के तालाब की स्थिति कब सुधरेगा यह किसी को पता नहीं है। मुख्यमंत्री महोदय जी को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए कोई भी तालाब हो यदि इसकी स्थिति नहीं ठीक होती है । दोषियों पर कार्रवाई होना चाहिए तभी कानून व्यवस्था सुचारू रूप से चल पाएगी अन्यथा इसी प्रकार से रिश्वत ले देकर कार्य होते रहेंगे। इसलिए दोषियों को ठीक करना है तो तुरंत कार्रवाई करनी होगी तभी तालाबों की स्थिति में सुधार होगा। इनका कहना है
हमें तो नहीं लगता है । की विकास कार्य हो पाएगा कई पंचवर्षीय योजना निकल गई किसी ने भी तालाब को अतिक्रमण मुक्त नहीं किया है।
श्री बृजराज जाटव ग्रामीण, ग्राम रायपुरा नंबर दो जिला भिंड मध्य प्रदेश
0 टिप्पण्या